संयुक्त राष्ट्र की नई रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि नई उभरती जूनोटिक बीमारियां साल 2030 तक एक और बड़ी महामारी पैदा कर सकती हैं
संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) की जारी इस रिपोर्ट ने जलवायु परिवर्तन को वजह बताया है
रिपोर्ट में साफ लिखा है कि जमीन के इस्तेमाल में आ रहे बदलाव, जंगलों की बेतहाशा कटाई, जीवों के घरों का नुकसान, शहरीकरण, जानवरों की तस्करी और असंतुलित खेतीबाड़ी से जूनोटिक बीमारियां बढ़ रही हैं
क्लाइमेट चेंज की वजह से कई जीवों की प्रजातियों के घर छिन गए हैं,जिसकी वजह से इन जीवों और इंसानों के बीच संपर्क बढ़ गया है.
यही वजह है कि भविष्य में जानवरों को होने वाली बीमारियों से इंसान और ज्यादा संक्रमित होंगे
जूनोटिक स्पिलओवर (Zoonotic Spillover) का खतरा बढ़ गया है,इससे नई महामारी आ सकती है. ये तेजी से फैलती हैं और जल्दी ठीक भी नहीं होतीं