Credit: Google
ब्रिक्स देशों में मूल रूप से ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं।
अब ये सभी देश मिलकर नई करेंसी के बारे में सोच रहे हैं।
रूस के कज़ान में 22 से 24 अक्टूबर तक होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में इस मुद्दे पर चर्चा हो सकती है।
यह अमेरिका के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है।
मौजूदा अंतरराष्ट्रीय वित्तीय व्यवस्था में अमेरिकी डॉलर का दबदबा है। व्यापार में इस करेंसी का हिस्सा करीब 90 फीसदी है।
ब्रिक्स करेंसी की संभावनाओं और निवेशकों के लिए इसके संभावित प्रभावों को देखने का यह अच्छा समय है।
अभी लॉन्च की कोई निश्चित तारीख नहीं है, लेकिन देशों के नेताओं ने इस संभावना पर विस्तार से चर्चा की है।