12 महीने गेहूं का आटा खाना है खतरनाक!
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गेहूं के आटे की रोटी से पाचन समस्याएं हो सकती हैं, खासकर ग्लूटेन इनटॉलरेंस वाले लोगों के लिए।
इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स उच्च होता है, जो ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ा सकता है और डायबिटीज का खतर
ा बढ़ाता है।
गेहूं के आटे में कार्बोहाइड्रेट्स की अधिकता वजन बढ़ने का कारण बन सकती है।
लंबे समय तक गेहूं का आटा खाने से हृदय रोगों का खतरा बढ़ सकता है, क्योंकि इसमें फाइटिक एसिड होता है।
अगर गेहूं के आटे पर निर्भर रहें, तो शरीर में विटामिन्स और मिनरल्स की कमी हो सकती है।
बेसन के आटे की रोटी एक अच्छा विकल्प हो सकती है।
मक्के का आटा सर्दियों में खाने के लिए उत्तम होता है।
बाजरा और रागी के आटे की रोटियां सेहत के लिए लाभकारी
विकल्प हैं।