चचेरे भाई-बहनों की शादी की यह प्रथा मुसलमानों में सबसे ज़्यादा प्रचलित है और ख़ास तौर पर पाकिस्तान में।
पाकिस्तान के कई इलाकों में करीबी रिश्तेदारों के बीच शादी को परंपरा माना जाता है।
ऐसा करने के पीछे उनके अपने कारण हैं लेकिन इसकी वजह से कई तरह के जेनेटिक विकार पैदा हो रहे हैं।
पाकिस्तान में अब तक करीब 65 प्रतिशत शादियां करीबी रिश्तेदारों के बीच ही होती हैं।
इससे बच्चों में रिसेसिव और डोमिनेंट जेनेटिक विकारों का ख़तरा बढ़ गया है।
विशेषज्ञों का कहना है कि चचेरे भाई-बहनों की शादी बढ़ने की वजह से जेनेटिक विकार बढ़े हैं।
चचेरे भाई-बहनों की शादी की वजह से थैलेसीमिया, माइक्रोसेफली जैसी जेनेटिक बीमारियां आम हैं।
थैलेसीमिया बीमारी में मरीज़ को हर कुछ अंतराल पर खून चढ़ाने की ज़रूरत पड़ती है।