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Smart India Hackathon में पानी को साफ करने के हो रहे स्‍मार्ट प्रयोग, बैक्टीरिया देखते ही नीला हो जाता है कागज

• LAST UPDATED : December 13, 2024
  • पाइट में स्‍मार्ट इंडिया हैकाथॉन में पानी और भूमि सुधार के लिए प्रयोग कर रहे युवा, पर्यावरण संरक्षित होगा

India News Haryana (इंडिया न्यूज), Smart India Hackathon : स्‍मार्ट इंडिया हैकाथॉन के सातवें संस्करण में युवा जल संरक्षण एवं भूमि सुधार के लिए स्मार्ट प्रयोग कर रहे हैं। हरियाणा के नोडल सेंटर पानीपत इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (पाइट) में देश के अलग-अलग राज्यों से छात्र प्रोजेक्ट बना रहे हैं। जोधपुर आईआईटी की शिवा सूर्या पीएम टीम ने इनोवेटिव पेपर बनाया है। इस पेपर पर केमिकल युक्‍त सेंसर लगा हुआ है। इसे अगर पानी में डालेंगे तो यह बता देगा कि पानी साफ है या दूषित है।

Smart India Hackathon : कागज का रंग बदलकर नीला हो जाएगा

अगर पानी में खतरनाक स्‍तर पर बैक्टीरिया होता है तो कागज का रंग बदलकर नीला हो जाएगा। दो से तीन मिनट में यह परिणाम दे देता है। इस पेपर स्ट्रिप की कीमत 25 से 35 रुपये आती है। खास बात ये है कि ये पेपर पर्यावरण को प्रदूषित नहीं करता। इसे आसानी से नष्ट किया जा सकता है। सीवर ट्रीटमेंट प्लांट के बारे में आपने सुना होगा। जहां पर सीवर का पानी साफ होता है।

इस प्लांट को लगाने के लिए काफी बड़ी जगह चाहिए होती है क्योंकि पानी को कई सारे पाइप से गुजरना पड़ता है। एक सीवर ट्रीटमेंट अगर पांच एकड़ में लगता है तो चेन्नई के छात्रों ने ऐसा प्रोजेक्ट बनाया है, जिसमें आधा एकड़ जमीन की ही जरूरत होगी। श्री शिव सुब्रमण्यम नादर कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के छात्र यह प्रोजेक्ट लेकर आए हैं।

ग्रे एवं ब्लैक वाटर को ट्रीट करने के लिए प्रोजेक्ट बनाया

चेन्‍नई के छात्र-छात्राओं ने ग्रे एवं ब्लैक वाटर को ट्रीट करने के लिए प्रोजेक्ट बनाया है। रेट्रो वेव्स प्‍यूरीफायर टीम ने पोटेशियम का कार्बो नैनो पार्टिकल के साथ प्रयोग किया है। ईडीआई मैथ्ड लगाकर अपने प्रोजेक्ट को ऑटोमेशन एवं डिजिटल कर दिया है। नैनो पार्टिकल को रीजेनरेट कर देते हैं, जिससे कहीं से भी प्रोसेस कर सकते हैं। दो लीटर पानी को पांच से दस मिनट में साफ किया जा सकता है। यह पानी बागवानी और फसलों में प्रयोग किया जा सकता है। यानी शहरों के नालों के पानी को दोबारा से उपयोग में लाया जा सकता है।

तमिल नाडु से आया वाटर प्यूरीफाई टैंक

तमिलनाडु के एमईपीसीओ सेलनेक इंजीनियरिंग कॉलेज से आए छात्र-छात्राओं ने ग्रे वाटर मैनेजमेंट टैंक बनाया है। पानी को एक टैंक में ले जाते हैं, जहां एक तरफ से दूषित पानी बाहर निकल जाता है। पानी को एक घंटे के लिए गर्म किया जाता है। कुछ केमिकल मिलाकर पानी साफ हो जाता है। पानी के ठंडा होने पर दोबारा से क्लोरिनेशन प्रोसेस होता है, पांच मिनट बाद ग्रे वाटर पूरी तरह से बदल जाता है। अब इस पानी को बागवानी व खेती में प्रयोग कर सकते हैं।

15 को परिणाम

पाइट के चेयरमैन हरिओम तायल ने बताया कि हरियाणा के पाइट में बनाए गए नोडल सेंटर में देशभर के युवा पर्यावरण संरक्षण पर काम कर रहे हैं। 15 अप्रैल को विजेता प्रतिभागियों को सम्मानित किया जाएगा। 11 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर के नोडल सेंटर पर युवाओं से ऑनलाइन बातचीत की थी। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने स्‍मार्ट इंडिया हैकाथॉन का शुभारंभ किया था। इस अवसर पर सचिव सुरेश तायल, बोर्ड सदस्य शुभम तायल, निदेशक डॉ.शक्ति कुमार, डीन डॉ.जेएस सैनी, डीन डॉ.बीबी शर्मा, नोडल सेंटर हेड डॉ.श्रुति, एआईसीटीई से अवनीश मौजूद रहे।

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