अमेरिका में ड्यूक यूनिवर्सिटी के तीन छात्रों पर 2006 में रेप का आरोप लगा था।
आरोप लगाने वाली महिला ने अब 18 साल बाद अपना बयान बदल दिया है और कहा है कि उसने खुद ही यह कहानी गढ़ी थी।
क्रिस्टल मैंगम नाम की महिला ने कहा कि उसने श्वेत लैक्रोस खिलाड़ियों पर झूठे आरोप लगाए, जबकि वे निर्दोष थे।
2007 में यह साबित हो गया कि आरोप झूठे थे और आरोपी खिलाड़ियों के खिलाफ मामला वापस ले लिया गया।
क्रिस्टल मैंगम ने कहा, "मैंने उन तीनों के खिलाफ झूठी गवाही दी कि उन्होंने मेरा रेप किया, जबकि ऐसा कुछ नहीं हुआ।
मैं चाहती हूं कि उन्हें पता चले कि मैं उनसे प्यार करती हूं और वे इस सजा के हकदार नहीं थे।
क्रिस्टल मैंगम को पहले ही एक हत्या के मामले में दोषी पाया जा चुका है।
जिसमें उसने अपने प्रेमी रेजिनाल्ड की हत्या कर दी थी।
अब उसके बयान ने एक पुराने मामले को नया मोड़ दे दिया है, जिसमें निर्दोष लोगों को गलत तरीके से फंसाया गया था।