दक्षिण कोरिया में हर आदमी को किसी न किसी समय पर खास ट्रेनिंग से गुजरना पड़ता है, जिसमें ये गैस चैंबर ट्रेनिंग भी शामिल है।
शारीरिक रूप से कमजोर लोगों को भी सेना में भर्ती होना पड़ता है, लेकिन वे ऑफिस में रहकर काम करते हैं।
सेना में भर्ती होने वाले हर व्यक्ति को 5 हफ्ते की ट्रेनिंग से गुजरना पड़ता है।
इस ट्रेनिंग में बेसिक फिजिकल फिटनेस ट्रेनिंग, बंदूक चलाना, बम चलाना सिखाया जाता है।
ऐसी स्थिति में गैस को सहन करने की शक्ति बढ़ाने के लिए गैस चैंबर में ट्रेनिंग दी जाती है।
इसमें व्यक्ति को केमिकल के बीच रखा जाता है और मास्क लगाकर रहना होता है।
मास्क को बार-बार खोलकर गैस को सहन करने की शक्ति सिखाई जाती है।
इससे नाक, आंख और हर जगह से पानी निकलता है। इसे सबसे खतरनाक माना जाता है और लोग इससे डरते हैं।