भारतीय लोक आस्था का प्रतीक महाकुंभ प्रयागराज की पावन धरती पर 13 जनवरी से शुरू हो रहा है।
महाकुंभ के इस मेले में आए नागा साधुओं को लेकर हर किसी के मन में कई सवाल हैं।
लोग नागा साधुओं की रहस्यमयी दुनिया को जानना चाहते हैं। वे उनके जीवन के हर पहलू को समझना चाहते हैं।
दूसरे साधुओं की तरह नागा साधु भी शुद्ध शाकाहारी और सात्विक भोजन ग्रहण करते हैं।
नागा साधु दिन में सिर्फ एक बार ही भोजन करते हैं। इनका भोजन भिक्षा पर निर्भर करता है।
नागा एक दिन में सिर्फ 7 घरों में ही भोजन मांग सकते हैं। इन घरों से जो भी उन्हें मिल जाता है, वही उनका भोजन होता है।
नागा साधु के भोजन में आमतौर पर कंद, जड़ी-बूटी, फल, फूल और पत्ते आदि होते हैं।