India News Haryana (इंडिया न्यूज), Rewari News : रेवाड़ी के बावल क्षेत्र के गांव अलावलपुर के एक जिन्दा 80 वर्षीय बुजुर्ग को समाज कल्याण विभागने मृत घोषित कर उसकी बुढ़ापा पेंशन रोक दी गई, जबकि बुजुर्ग अपने जिंदा होने के सबूत लेकर पिछले 10 माह से समाज कल्याण विभाग व अतिरिक्त उपायुक्त कार्यालय के चक्कर काट रहा है, बावजूद इसके विभाग उसे जीवित मानने को तैयार ही नहीं।
जानकारी मुताबिक़ रेवाड़ी के गांव अलावलपुर के लाल सिंह (80) की पिछले कई वर्षों से बुढ़ापा पेंशन बनी हुई थी और इस पेंशन के सहारे ही वह जीवन यापन कर रहा था, लेकिन समाज कल्याण विभाग की लापरवाही ने इस बुजुर्ग की 10 माह पूर्व पेंशन यह बताते हुए बंद कर दी कि उसकी मृत्यु हो चुकी है। जब बुजुर्ग के बैंक खाते में पेंशन पहुंचनी बंद हो गई तो वह अपने बैंक में गया। तब मैनेजर ने बताया कि उसकी बुढ़ापा पेंशन 15 फरवरी से बंद पड़ी है। उसके बाद लाल सिंह समाज कल्याण विभाग के कार्यालय पहुंचा और उसकी पेंशन नहीं आने का कारण पूछा। वहां मौजूद अधिकारी व कर्मचारी ने उसे बताया कि-‘तुम तो मर चुके हो, इसलिए पेंशन बंद हुई है’।
बुजुर्ग ने उन्हें बताया कि- ‘मैं ही लाल सिंह हूं और आपके सामने जीवित खड़ा हूं’, लेकिन विभाग ने उसकी एक नहीं सुनी, जिसके चलते लाल सिंह की 10 माह से पेंशन बंद पड़ी है और इस बुढ़ापे में वह अपनी पेंशन चालू कराने के लिए दर-दर भटक रहा है। लालचंद ने बताया कि वह मजदूरी किया करता था, लेकिन पैरों से लाचार होने की वजह से अब मजदूरी नहीं कर पा रहा, ऊपर से पेंशन भी बंद हो गई। उसका घर-खर्च उसे व उसकी पत्नी को मिल रही बुढ़ापा पेंशन से चल रहा था, लेकिन अब पेंशन बंद होने के बाद उसकी कई प्रकार की आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।