इशिका ठाकुर, India News Haryana (इंडिया न्यूज), Drone Pilot Training : हरियाणा सहित पूरे भारत में कृषि के क्षेत्र में कृषि विशेषज्ञों के द्वारा नए-नए आविष्कार किए जा रहे हैं। किसानों के लिए खेती करने के लिए नए कृषि यंत्र भी बनाए जा रहे हैं जिससे किसान स्मार्ट खेती करें और अच्छा उत्पादन ले सकें। अब कृषि विभाग ड्रोन से खेती करने पर काम कर रहा है।
हरियाणा सरकार भी अब ड्रोन की खेती पर काफी जोर दे रही है, क्योंकि मौजूदा समय में नैनो डीएपी नैनो यूरिया खाद सहित अन्य तरल दवाइयां का छिड़काव ड्रोन के जरिए किए जाने लगा है। इससे जहां किसानों को समय की बचत होती है तो पैसा भी कम खर्च होता है। जिससे किसान स्मार्ट खेती कर रहे हैं। ड्रोन पायलट बनने के लिए अब कृषि विभाग फ्री में किसानों का युवाओं को प्रशिक्षण दे रहा है।
डॉ. वजीर सिंह जिला कृषि उपनिदेशक करनाल ने बताया ड्रोन को अब बड़े स्तर पर प्रयोग में लाने के लिए कृषि विभाग काम कर रहा है और उसी के चलते खेती में ड्रोन को शामिल किया गया है और किसान और युवाओं को इसको चलाने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
ड्रोन पायलट बनने के लिए 20 जनवरी 2025 से लेकर 5 फरवरी 2025 तक विभाग के पोर्टल www.agriharyana.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। यहां पर आवेदन करते समय पोर्टल पर ही उसको इसकी जानकारी मिल सकती है कि उसके लिए क्या-क्या जरूरी दस्तावेज हैं, लेकिन फिर भी हम आपको बता दें कि इसके लिए दसवीं की मार्कशीट और आधार कार्ड, मार्क शीट अन्य कहीं दस्तावेज की जरूरत होती है।
पूरे प्रदेश की बात करें पूरे प्रदेश में कृषि विभाग के द्वारा 500 ड्रोन पायलट बनाए जाएंगे, इसके लिए फ्री में प्रशिक्षण दिया जाएगा। अभी तक एक चरण के तहत 276 किसानों को कॉपर शिक्षक दिया जा चुका है और 233 किसानों को प्रशिक्षण देना अभी बाकी है। जिनके लिए आवेदन आमंत्रित किया गया है। जो भी इच्छुक प्रगतिशील किसान और युवा इसका प्रशिक्षण लेना चाहते हैं, वह आवेदन कर सकते हैं।
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक वजीर सिंह ने बताया कि ड्रोन पायलट बनने के लिए कुछ नियम और शर्तें लागू की गई हैं, जिनके आधार पर ही प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण के लिए अभ्यर्थी का चयन योग्यता अनुसार होगा। प्रशिक्षण के लिए किसान या युवा 18-30 आयु वर्ग का हो, इसके लिए विभाग की तरफ से आवेदनकर्ता को 25 नम्बर दिए जायेंगे।
आवेदन करने वाले व्यक्ति की शैक्षणिक योग्यता दसवीं पास होनी चाहिए। इसके लिए उसको 40 नम्बर दिए जायेंगे। इसके साथ कस्टम हायरिंग सेन्टर/एफ.पी.ओ. का अगर उसके पास अनुभव है तो आवेदन करने वाले को दस नम्बर दिये जाएंगे। इसके साथ ही कृषि कार्य में अनुभव के लिये भी 4 कैटेगरी भी बनाई गई है, जिसमें कुल 25 नम्बर रखे गये हैं। अभ्यर्थी के पास पीपीपी आई-डी/वैध पासपोर्ट अनिवार्य। इन सभी के साथ वह आवेदन कर सकता है और फ्री में ड्रोन पायलट बनने के लिए प्रशिक्षण ले सकता है।
उप कृषि निदेशक ने यह भी बताया कि ड्रोन को एक पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर देखा जा रहा है, जिसका भविष्य में कृषि के क्षेत्र में काफी स्कोप होने वाला है और इसी के चलते किसानों और युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। ड्रोन से स्प्रे करने पर जहां पैसे और समय की बचत होती है वहीं यहां से ड्रोन पायलट बनने के बाद वह अपना खुद का काम भी शुरू कर सकता है।