India News Haryana (इंडिया न्यूज),Tips For Pregnant Lady: अधिकतर महिलाओं को मेहंदी लगाना बहुत पसंद होता है। यह न केवल सुहाग का प्रतीक है बल्कि इसे सौंदर्य का हिस्सा भी माना जाता है। शादी-विवाह, व्रत-त्योहार और मांगलिक कार्यों में मेहंदी का विशेष महत्व है। खासकर सुहागन महिलाओं के लिए मेहंदी शुभ मानी जाती है। लेकिन गर्भवती महिलाओं के लिए दादी-नानी अक्सर मेहंदी लगाने से मना करती हैं।
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को कई कार्यों से परहेज करने की सलाह दी जाती है। इन्हीं में से एक है मेहंदी लगाना। कहा जाता है कि गर्भावस्था में मेहंदी लगाने से गर्भ में पल रहे शिशु पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। हालांकि यह बात मिथक लग सकती है, लेकिन शास्त्र और विज्ञान में इसके कुछ कारण बताए गए हैं।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मेहंदी का संबंध शुक्र ग्रह से होता है, जो खुशी, प्रेम और सुंदरता का प्रतिनिधित्व करता है। इसे लगाने से शुक्र ग्रह की ऊर्जा तेज होती है और व्यक्ति के जीवन में सकारात्मकता बढ़ती है। हालांकि गर्भवती महिलाएं ग्रहों के प्रभाव के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाती हैं। ऐसे में यह माना जाता है कि मेहंदी लगाने से शुक्र ग्रह की तीव्रता उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है।
विज्ञान के अनुसार, मेहंदी में कुछ केमिकल्स पाए जाते हैं, खासकर बाजार में उपलब्ध तैयार मेहंदी में। इनमें पारा या अन्य रसायन हो सकते हैं, जो त्वचा पर जलन, एलर्जी या संक्रमण का कारण बन सकते हैं। गर्भावस्था में महिलाओं की त्वचा अधिक संवेदनशील होती है, जिससे इन रसायनों का प्रभाव शिशु तक पहुंच सकता है।
दादी-नानी की सलाह प्राचीन अनुभवों पर आधारित होती है। उनका कहना है कि गर्भवती महिलाओं को अनजाने जोखिम से बचना चाहिए। भले ही मेहंदी प्राकृतिक हो, लेकिन इसकी खुशबू या रसायन कभी-कभी गर्भवती महिलाओं के लिए परेशानी पैदा कर सकते हैं। यदि कोई गर्भवती महिला मेहंदी लगाना चाहती है, तो उसे केवल प्राकृतिक और बिना रसायनों वाली मेहंदी का ही उपयोग करना चाहिए। साथ ही, मेहंदी का उपयोग करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना भी जरूरी है। गर्भावस्था के दौरान दादी-नानी की बताई गई सावधानियां आपके और आपके बच्चे के स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में मददगार हो सकती हैं।