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आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र में कुछ ऐसे कार्यों के बारे में बताया है जिनको करने के बाद नहा लेना अच्छा होता है।
अगर आप इन कार्यों को करने के बाद स्नान नहीं करते हैं तो यह शरीर को अशुद्ध रखते हैं।
अगर मनुष्य ने शरीर पर तेल से मालिश कराई है तो उसके बाद तुरंत स्नान कर लेना चाहिए.
वहीं आचार्य चाणक्य कहते हैं कि अगर कोई नाई के यहां जाकर अपने बाल कटवा रहा है तो घर आकर स्नान जरूरी है।
अगर कोई व्यक्ति बाल कटवाने के बाद नहाता नहीं तो वह न सिर्फ अशुद्ध रहता है बल्कि चिपके हुए बाल परेशान भी करते हैं।
आचार्य चाणक्य यह भी कहते हैं कि मनुष्य अगर श्मशान में है और चिता के धुएं ने उसे स्पर्श किया तो घर जाकर पहले स्नान करना चाहिए।