P.C- Pinterst
स्वच्छता की आदतें, खासकर नहाने की आदतें, हमारे समाज में गहराई से समाई हुई हैं।
लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि अगर आप अचानक ऐसा न करें तो क्या होगा?
तेल और पसीने का जमाव हो जाता है, जिससे मुंहासे, ब्लैकहेड्स और चिकना या चमकदार त्वचा हो सकती है।
पीएच संतुलन में गड़बड़ी होती है, जो हानिकारक बैक्टीरिया से बचाने में मदद करता है।
त्वचा माइक्रोबायोम पर प्रभाव पड़ता है जिससे कुछ बैक्टीरिया या फंगस की अधिक वृद्धि हो सकती है।
पसीने, सीबम और बैक्टीरिया का संयोजन एक तीखी गंध पैदा करता है , जो बिना धोए समय के साथ और भी तेज हो जाती है।
खराब स्वच्छता के कारण भी त्वचा पर गंदगी और मैल जमा हो सकता है।
खराब स्वच्छता मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है, जिससे शर्मिंदगी, शर्म और सामाजिक अलगाव की भावना पैदा हो सकती है।