CREDIT-GOOGLE
गोवर्धन पूजा में भूलकर भी ना करें ये गलती !
गोवर्धन पूजा कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष प्रतिपदा तिथि में की जाती है।
गोवर्धन पूजा को अन्नकूट पूजा के नाम से भी जाना जाता है।
गोवर्धन पूजा का उद्देश्य भगवान श्री कृष्ण के प्रति श्रद्धा और आभार प्रकट करना होता है।
जिन्होंने गोवर्धन पर्वत को अपनी एक उंगली पर उठाकर गोकुलवासियों की जान बचाई थी।
गोवर्धन पूजा और अन्नकूट का आयोजन बंद कमरे में नहीं करना चाहिए।
गायों की पूजा करते हुए इष्ट देव या भगवान कृष्ण की पूजा करना कभी न भूलें।
पूजा के दिन गंदे,मैले और काले रंग के कपड़े नहीं पहने चाहिए।
गोवर्धन पूजा में परिक्रमा नंगे पर करनी चाहिए। साथ ही, इस दिन तामसिक भोजन खाना चाहिए।
इस दिन मास, धूम्रपान या नशीली वस्तुओं का सेवन नहीं करना चाहिए।