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इस गंभीर बीमारी के कारण मशहूर एक्ट्रेस नहीं बन पाई मां!
अश्विनी कलसेकर ने किडनी और बांझपन से जुड़ी अपनी चुनौतियों के बारे में मीडिया में खुलकर बात की।
अश्विनी ने बताया किडनी की समस्याएँ गर्भावस्था को जोखिमपूर्ण बनाती हैं। इसमें बच्चे और मां की जान को खतरा रहता है।
अश्विनी बताती है कि उनके पास उस समय सरोगेसी कराने के लिए पैसे नहीं थे। इसलिए वह मां नहीं बन सकी।
गर्भावस्था किडनी पर अतिरिक्त दबाव डालती है, जो महिला और गर्भस्थ शिशु दोनों को प्रभावित कर सकती है।
क्रोनिक किडनी रोग वाली महिलाओं को गर्भावस्था में रक्तचाप और प्रीक्लेम्पसिया जैसी अधिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
गर्भावस्था में किडनी की शिथिलता से भ्रूण का विकास रुक सकता है, जिससे समय से पहले जन्म हो सकता है।
नियमित मूत्र और रक्त परीक्षण गर्भावस्था के दौरान किडनी की समस्याओं का पता लगाने में मदद कर सकते ह
ैं।
किडनी की बीमारी वाली महिलाओं के लिए स्वस्थ गर्भावस्था के लिए विशेषज्ञ परामर्श और निरंतर निगरानी आवश्
यक है।