मुगलों के बारे में इतिहासकारों ने कई बात लिखे हैं जिसके कई किताब हैं
बता दें कि अकबर के समय में जो हरम बनाए गए, फिर उसके बाद जहांगीर और उनके संतानों के भी हरम थे
इस हरम में सिर्फ मुस्लिम ही नहीं बल्कि हिंदू, यूनानी और ईसाई महिला भी थी
हरम में मुगल अपनी पसंदीदा रानियों के साथ वक्त बिताते थे और कई रानियों को तो ये मौका दोबारा कभी नहीं मिलता था
हरम में सिर्फ मुगल ही नहीं बल्कि रानियां भी खूब अय्याशी करती थी
मुगल शासक के साथ रात बिताने के लिए वो खुद को आकर्षक बनाती थी
साथ ही वो अपने शयन कक्ष के कपड़े, चादर और गहने भी बदलती थीं
रानियां जिन चीजों को एक बार इस्तेमाल कर लेती थीं, उसे दोबारा छूती तक नहीं थीं