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पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा, इसी दौरान उन्हें 21 तोपों की सलामी दी जाएगी।
आखिर 21 तोपों की सलामी कैसे दी जाती है, क्या सही में इस सलामी में 21 तोपों से फायर किया जाएगा।
21 तोपों की सलामी को सर्वोच्च मिलिट्री सम्मान माना जाता है, इसमें कैनन फायर के जरिये सम्मान दिया जाता है।
26 जनवरी के मोके पर राष्ट्रपति या विदेशी मेहमानों और भारत के कुछ सम्मानित वयक्तियों को दिया जाता है।
यह सम्मान 1721 फील्ड बैटरी की ओर से दिया जाता है, जिसका मुख्यालय मेरठ में मौजूद है और इसमें 122 सैनिक हैं।
इसके लिए 21 तोपों का इस्तेमाल नहीं होता है, जबकि 8 तोपों से दी जाती है इसमें 7 तोप से 3-3 बार फायर किए जाते हैं।
क्या तोप के गोले असली होते हैं दरअसल, यह खास तरह के गोले होते हैं जिसे सेरेमोनियल कॉर्टिज कहते हैं।
3-3 गोले 2.5 सेकंड के अंतराल में दागे जाते हैं जो 52 सेकंड में खतम होती है, इस सलामी में भारत में बने सैन्य उपकरणों का भी इस्तेमाल किया जाता है।