कितने दिनों में बदलना चाहिए तकिये का कवर? वरना पड़ सकते हैं बीमार
सुकून भरी नींद के लिए आरामदायक तकिया जरूरी है।
तकिये का कवर समय पर बदलना महत्वपूर्ण है।
गंदे तकिये के कवर में बैक्टीरिया और बीमारियां पनप सकती हैं।
कवर में धूल, कण, डेड स्किन और गंदगी होती है।
पालतू जानवरों के बाल से स्किन पर दाग-धब्बे हो सकते हैं।
गंदे कवर से एलर्जी और इन्फेक्शन हो सकता है।
तकिये का कवर बदलने से उसकी उम्र बढ़ती है।
सिल्क का कवर बैक्टीरिया से बचाव में मददगार होता है।