इसके बिना अधूरा है करवा चौथ का व्रत

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आज करवा चौथ का व्रत रखा जाएगा। इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत रखती हैं।

करवा चौथ व्रत में चंद्रमा की पूजा का विशेष महत्व है। चांद देखे बिना करवा चौथ का व्रत नहीं रखा जाता।

करवा चौथ के दिन व्रत रखने वाली महिलाओं को पूरे 16 श्रृंगार करने के बाद ही पूजा करनी चाहिए।

सोलह श्रृंगार में सिंदूर, चूड़ियां, बिंदी, मंगलसूत्र, बिछिया, मेहंदी आदि शामिल करें।

लाल साड़ी, मंगलसूत्र, सिंदूर, बिंदी, चूड़ियां, बिछिया, पायल, मेहंदी, काजल, झुमके, मांग टीका, कमरबंद, अंगूठी, नोजपिन, गजरा और आलता ये 16 श्रृंगार हैं।

धार्मिक मान्यता है कि श्रृंगार करने से महिलाओं को अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है और उनका भाग्य भी खुल जाता है।