क्या करने से दोबारा जन्म नहीं होगा, जानिए

वृंदावन वाले प्रेमानंद महाराज के अनुसार, यदि कोई नहीं चाहता कि उसका पुनर्जन्म हो तो उसे रोज भगवान श्रीकृष्ण का चरणामृत पीना चाहिए। इसका महत्व धर्म ग्रंथों में भी बताया गया है।’

प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘चरणामृत के महत्व के बारे में धर्म ग्रंथों में बताया गया है कि- अकाल मृत्यु हरणं सर्व व्याधि विनाशनम। विष्णो: पादोदकं पीत्वा पुनर्जन्म न विद्यते।।’

प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘भगवान विष्णु का चरणामृत सभी पापों का नाश कर देता है। जो ये पीता है, उसका पुनर्जन्म नहीं होता और न ही उसकी कभी अकाल मृत्यु हो सकती है।’

प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘आप अपने घर में श्रीकृष्ण की प्रतिमा स्थापित कर रोज उसे शुद्ध जल से स्नान करवाएं। इसी जल को चरणामृत कहते हैं। प्रतिदिन इसे पीएं। इससे आपका कल्याण होगा।’

प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘यदि घर में चरणामृत न बना पाएं तो ठाकुर जी के किसी भी मंदिर में जाकर चरणामृत ले लें। रोज एक चम्मच चरणामृत भी पिएंगे तो परेशानियों से बचे रहेंगे।’

प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘बहुत ब़ड़ी सामर्थ्य है ठाकुरजी के चरणामृत में, जो रोज चरणामृत पीता है उसकी न तो अकाल मृत्यु होती है और न उसे दोबारा जन्म लेना पड़ता है।’