यह कांवड यात्रा क्यों होती है सबसे कठिन, जानें
सावन में कांवड लाना काफी महत्व होता है.
भक्त पर कांवड़ में गंगाजल भरकर लाते हैं.
शिवरात्री पर इस गांगाजल से जलाभिषेक करते हैं.
शिवरात्री पर इस गांगाजल से जलाभिषेक करते हैं.
दरअसल इन कांवड यात्रा के कई कठिन नियम होते है.
कांवड़ यात्रा चार तरह की होती है, सामान्य कांवण डाक कांवण खड़ी कावण और दांडी कांवड़
दांडी कांवड यात्रा सबसे कठिन होती है. एसे पूरा करने में महीनो लग जाते हैं.
यह इसलिए कठिन होती है कि इसमें भक्त दंडवत करते हुए यानी लेट- लेटकर यात्रा पूरी करनी होती है.
ऐसा माना जाता है कि जो कांवड़ लाते हैं उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है.