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महिलाओं की यौन इच्छाओं में कमी जितनी सधारण लगती है, उतनी ही यह समस्या गंभीर भी है।
इस बीमारी को हाइपोएक्टिव सेक्सुअल डिजायर डिसऑर्डर कहा जाता है।
यह समस्या मानसिक तनाव, हार्मोनल असंतुलन या अन्य कारणों से महिलाओं में पनपती है।
यह समस्या मानसिक तनाव, हार्मोनल असंतुलन या अन्य कारणों से महिलाओं में पनपती है।
इस कारण उनकी पर्सनल और मैरिड लाइफ पर असर पड़ता है।
इसी समस्या को दूर करने के लिए विकसित की गई है फ्लिबेनसेरिन, जिसे 'फीमेल वियाग्रा' के नाम से जाना जाता है।
यह दवा मुख्य रूप से सेरोटोनिन, डोपामाइन और नॉरएपिनेफ्रिन जैसे न्यूरोट्रांसमीटरों के लेवल को शरीर में बढ़ाती है।