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बिछ गई लाशें ही लाशें...4 दिन में 12000 मौतें!
1952 में लंदन में “ग्रेट स्मॉग” ने चार दिनों तक आतंक मचाया। जिसमें 12,000 लोग मारे गए थे।
कोयले के धुएं से उत्पन्न प्रदूषण ने पूरे शहर को काले धुंए से ढक दिता था।
इस स्मॉग के कारण पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बंद करना पड़ा।
हवा में सल्फर डाइऑक्साइड, हाइड्रॉलिक एसिड और प्रदूषण
की मात्रा खतरनाक स्तर पर पहुंच गई थी।
ठंड और प्रदूषण ने लंदन को अंधेरे में डुबो दिया। जिससे लोग बीमार होने लगे थे।
इस आपदा के बाद ब्रिटेन में पर्यावरण संरक्षण के लिए क्लीन एयर एक्ट लागू किया गया।
स्मॉग के कारण लंदन में सांस संबंधी बीमारियां बढ़ गई थी। जिससे लाखों लोग प्रभावित हो रहे थे।
जिसके बाद “ग्रेट स्मॉग” ने लंदन में वायु प्रदूषण पर शोध और कानूनी कदमों के तौर पर कुछ नियम
तय किए।