यूक्रेन के बाद पोलैंड को रूस का अगला निशाना माना जा रहा है, इसीलिए पोलैंड ने ऐसा फैसला लिया है।
यूक्रेन की सीमा में रूसी सेना के घुसने का खतरा है, वहीं बेलारूस की जमीन से रूसी मिसाइलों का खतरा है।
पोलैंड ने सबसे पहले सीमा पर अपनी सेना बढ़ाई है, लेकिन पोलिश सरकार को ये तैयारी भी नाकाफी लग रही है।
ये हथियार चलाने की ट्रेनिंग का संकेत है और ये ट्रेनिंग प्राइमरी स्कूल के बच्चों को दी जा रही है।
पोलैंड में लिए गए फैसले का ये सबसे बड़ा सबूत है, जिसमें बच्चों को हर तरह की बंदूकों से रूबरू कराया जा रहा है।
उन्हें इनका इस्तेमाल करने की ट्रेनिंग दी जा रही है। उन्हें निशाना लगाने से लेकर बंदूक के पार्ट्स तक हर चीज के बारे में बताया जा रहा है।
पोलैंड पहला ऐसा देश बन गया है, जहां स्कूलों में अनिवार्य शूटिंग क्लास शुरू की गई है।
यही वजह है कि पोलैंड में प्राइमरी स्कूल के बच्चे रूस से अनिवार्य बंदूक चलाने की ट्रेनिंग ले रहे हैं।