बादशाह के आते ही मुगल हरम में क्यों कांपने लगती थी रानियां!

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मुगलों ने भारत में लगभग दो सौ सालों तक शासन किया और उनका हरम एक महत्वपूर्ण हिस्सा था।

मुगल हरम में महिलाओं की स्थिति और उनका जीवन एक रहस्यमय और जटिल था।

अकबर के शासनकाल के बाद मुगल हरम अस्तित्व में आया, जिसमें 5 हजार महिलाएं रहती थीं।

इन महिलाओं में बादशाह की बेगमें, बेटियां और दासियां शामिल होती थीं, जिन्हें विदेशों से लाया जाता था।

हरम में महिलाओं के बीच अनुशासन सख्त था, और बादशाह के आगमन पर सब डर और बेचैनी से घिर जाते थे।

रानियां शिकायत करने से भी डरती थीं, क्योंकि छोटी सी गलती पर कड़ी सजा मिल सकती थी।

मुगल हरम में दासियों का मुख्य काम शाही परिवार की सेवा करना और आराम की व्यवस्था करना था।

हरम में भय और अनुशासन के माहौल के बावजूद, यह मुगलों की दरबार की एक अभिन्न और रहस्यमय सच्चाई थी।