P.C- Pinterst
आचार्य ने अपने ज्ञान और शास्त्रों को पढ़कर चाणक्य नीति की रचना की थी इसमें उन्होंने लोगों को उनकी गलती और अर्थव्यवस्था को बताया है।
चाणक्य नीति के अनुसार, कई लोग अपनी इन खराब आदतों की वजह से जीवनभर उधारी और कर्ज में रहते हैं।
दरअसल आपने कई ऐसे लोगों को देखा होगा, जो अक्सर पैसे उधार मांगते रहते हैं।
पैसे उधार लेने के बाद भी इनकी जरूरतें पूरी नहीं होती और ये कर्जवान हो जाते हैं।
इनके पास आने वाला ज्यादातर पैसा ब्याज में ही चला जाता है इसके चलते जेब खाली रहती है।
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जो लोग धन आने पर बहुत अधिक खर्च करते हैं उन्हें हमेशा परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
बुरा समय आने पर ऐसे लोग हमेशा दूसरों के सामने हाथ फैलाते हैं।
यही वजह है कि ऐसे लोग जिंदगी भर उधारी के पैसे पर जीवनयापन करते हैं।