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कौरव और पांडवों के बीच हुआ युध्द आज तक प्रचलित है।
महाभारत में कई ऐसे योध्दाओं के किस्से हैं जो हर किसी को हैरान कर देते हैं।
ऐसा ही एक किस्सा पांडवों से जुड़ा है जिसमें बताया गया है कि बलशाली पांडवों में शामिल एक पांडव अपने पिता का भेजा यानि दिमाग खा लिया था।
दरअसल ये योध्दा पांडवों के भाई सहदेव थे उन्होंने अपने पिता के कहने पर ही उनका दिमाग खाया था।
पिता का दिमाग खाने से ही सहदेव को ज्ञान और कौशल की प्राप्ति हुई थी वह त्रिकालदर्शी बन गए।