ये बीमारी छीन रही है लड़कों से पिता बने का सपना !

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प्रोस्टेट कैंसर भारत में तीसरे स्थान पर पहुंच चुका है, और आने वाले वर्षों में मामलों की संख्या बढ़ सकती है।

45 वर्ष से ऊपर के पुरुषों को नियमित PSA टेस्ट कराने की सलाह दी जाती है।

पेशाब में दर्द, जलन या खून आना प्रोस्टेट कैंसर के शुरुआती संकेत हो सकते हैं।

पेट के निचले हिस्से में दबाव या दर्द भी प्रोस्टेट कैंसर का लक्षण हो सकता है।

पीठ, कूल्हे या जांघों में लगातार दर्द कैंसर के बढ़ने और हड्डियों तक फैलने का संकेत हो सकता है।

बिना कारण वजन घटना, अत्यधिक थकान या कमजोरी महसूस करना भी कैंसर का संकेत हो सकता है।

प्रोस्टेट कैंसर से बचाव के लिए स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम करना जरूरी है।

धूम्रपान और शराब से बचने और वेट मैनेजमेंट को अपनाना कैंसर के जोखिम को कम कर सकता है।