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एलन मस्क ने की कंपनी न्यूरालिंक ने एक बार फिर एक दूसरे रोगी इंसान के दिमाग में सफलतापूर्वक चिप लगा दिया है।
इससे पहले भी इस चिप को दो लोगों के दिमाग में लगा कर ट्रायल कर देखा गया था।
मस्क ने बताया कि 2025 में न्यूरालिंक 20 से 30 लोगों के दिमाग में चिप लगाएगी कंपनी की ओर से अभी और ट्रायल होंगे।
न्यूरालिंक की चिप से लकवे और एएलएस जैसी बीमारियों के मरीजों को बहुत बड़ी मदद मिल सकती है।
विकलांग मरीज दिमाग से स्मार्टफोन और रोबोट को भविष्य में कंट्रोल कर सकेंगे।
न्यूरालिंक ने पहले मरीज नोलैंड अर्बा के दिमाग में चिप लगाई थी साल 2023 सितंबर में कंपनी को ह्यूमन ट्रायल मंजूरी के लिए मंजूरी मिल गई थी।
इस चिप के लिए FDA से दो स्टडीज मंजूर करवाई है अब पहली बार लकवे के मरीज को दिमाग से स्मार्टफोन और कंप्यूटर चलाने का मौका मिलेगा।
न्यूरालिंक की चिप से दृष्टिहीन लोग भी देख सकेंगे और पैरालिसिस वाले मरीज चल सकेंगे।
इस ट्रायल में कंपनी उन लोगों को ले रही है,जिनकी उम्र 22 साल से ज्यादा है और जिनको सवाईकल स्पाइनल कॉर्ड में चोट या एएलएस जैसी बीमारियां हैं।