कोर्ट के मुताबिक कोई शख्स अगर अपनी पत्नी को तलाक देता है तो उसे गुजारा भत्ता देना पड़ता है
लेकिन ऐसा कई बार देखा गया है कि मुस्लिम समुदाय मुस्लिम महिला अधिनियम, 1986 को मानते हुए गुजारा भत्ता नहीं देते
आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस स्थिति में पत्नी अपने पति से गुजारा भत्ता नहीं ले सकती
देश की न्यायिक प्रणाली के अनुसार पत्नी के पास आय का कोई साधन नहीं है तो पति को हर महिने गुजारा भत्ता देना पड़ता है
तलाकशुदा मुस्लिम महिला सीआरपीसी की धारा 125 के तहत याचिका दायर कर गुजारा भत्ता मांग सकती है
अब सबसे बड़ा सवाव यह है कि महिला को कब गुजारा भत्ता नहीं मिलता?
दरअसल तलाकशुदा महिला के पास अगर आजीविका का कोई साधन होता है तो इस स्थिति में गुजारा भत्ता देने की मनाही होती है