अंग्रेजों के कैंप में तवायफों के साथ किया जाता था ऐसा काम!
लेखिका वीना तलवार बताती हैं कि 1857 में वेश्याओं के कोठों को लूटा गया, ध्वस्त किया गया और उन पर कर लगाया गया।
हालात ऐसे थे कि वेश्याएं गरीबी की कगार पर खड़ी थीं और वेश्यावृत्ति करने को मजबूर थीं।
अंग्रेज उस समय अविवाहित सैनिकों को भारत लाते थे और उन्हें खुश करने के लिए वेश्याओं को छावनी में रखा जाता था।
इन वेश्याओं को इतना प्रताड़ित किया गया कि 1864 में वे कई बीमारियों से ग्रसित हो गईं।
इन वेश्याओं को वेश्यालयों से जबरन उठाकर छावनियों में लाया गया।
ताकि विदेशी सैनिकों का मनोरंजन हो सके और उनकी शारीरिक ज़रूरतें पूरी हो सकें।