PM Modi के इस प्लान से पूरी दुनिया में मच गई खलबली!

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भारत ने उत्तर कोरिया में अपना दूतावास फिर से खोल दिया है, जो एक कूटनीतिक बदलाव को दर्शाता है।

भारत ने 1973 में उत्तर और दक्षिण कोरिया के साथ राजनयिक संबंध स्थापित किए हैं।

कोविड-19 के दौरान प्योंगयांग में दूतावास बंद कर दिया गया था, जो 2024 में फिर से खुलेगा।

उत्तर कोरिया के प्रमुख साझेदार रूस और चीन हैं, जो इसके साथ मजबूत संबंध बनाए रखते हैं।

भारत के इस कदम से चीन और रूस के साथ संबंध और मजबूत हो सकते हैं।

अमेरिका को यह कदम अप्रत्याशित लग सकता है, क्योंकि यह उत्तर कोरिया की परमाणु नीति के खिलाफ है।

भारत ने उत्तर कोरिया के साथ संबंधों को मजबूत किया है, जो इसकी स्वतंत्र विदेश नीति को दर्शाता है।

इस कदम से भारत को उत्तर कोरिया के प्राकृतिक संसाधनों से आर्थिक लाभ हो सकता है।