प्रेग्नेंसी में इसके इस्तेमाल से बच्चों को हुआ अस्थमा!
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एक रिसर्च में पाया गया कि गर्भावस्था के दौरान स्किन केयर प्रोडक्ट्स में मौजूद केमिकल्स बच्चों में अस्थमा जैसी बीमारियों के खतरे को बढ़ा सकते हैं।
अध्ययन में 3,500 से अधिक मां-बच्चे की जोड़ी के डेटा का विश्लेषण किया गया, जिसमें लोशन और शैंपू में पाए जाने वाले केमिकल्स के प्रभाव का अध्ययन किया गया।
‘ब्यूटिलपैराबेन’ नामक केमिकल के संपर्क में आने से बच्चों में अस्थमा के खतरे में 1.54 गुना बढ़ोतरी हो सकती है।
4-नोनिलफेनॉल के संपर्क में आने से लड़कों में अस्थमा होने के चांसेस 2.09 गुना बढ़ गए, जबकि लड़कियों पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा।
रिसर्च टीम ने गर्भवती महिलाओं से यूरिन सैंपल लेकर 24 तरह के फिनोल के स्तर का विश्लेषण किया।
अध्ययन में यह भी पाया गया कि बच्चे जब चार साल के होते हैं, तो उन्हें सांस और एलर्जी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
नॉनिलफेनॉल एंडोक्राइन सिस्टम को प्रभावित कर सकता है, जो अस्थमा जैसी बीमारियों की वृद्धि में योगदान करता है।