एक सदियों पुराना सवाल जिसका उत्तर हर कोई ढूंढ रहा है कि मृत्यु के बाद व्यक्ति का क्या होता है?
क्रिस लैगन का दावा है कि उनका आईक्यू अल्बर्ट आइंस्टीन और स्टीफन हॉकिंग से भी ज्यादा है।
उन्होंने बताया है कि इस सवाल पर उनका क्या कहना है। उनका मानना है कि मृत्यु अंत नहीं हो सकती।
लैगन के अनुसार, मृत्यु का मतलब शरीर को छोड़ना है, अस्तित्व का अंत नहीं।
लैगन ने कहा, यह इस समय आपके पास मौजूद भौतिक शरीर के साथ आपके रिश्ते का अंत है।
उन्होंने कहा, जब आप इस वास्तविकता से पीछे हटते हैं, तो आप वास्तविकता के मूल में वापस चले जाते हैं।
साथ ही उन्होंने कहा कि कोई व्यक्ति अपनी पुरानी यादों को कैसे भूल जाता है।
इस पर उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए होता है क्योंकि व्यक्ति नए जीवन में ध्यान की अवस्था में होता है।