मौत कब और कैसे होगी? खुद जानिए
पिछले 10 सालों में रिसर्चर ने एपिजेनेटिक क्लॉक नामक एक उपकरण का खोज किया है।
जो रक्त कोशिकाओं की मदद से जीवनशैली की आदतों के कारण डीएनए में होने वाले बदलावों को ट्रैक करता है।
अब अमेरिका में वैज्ञानिकों के एक समूह ने इस घड़ी का एक नया संस्करण बनाया है, जिसे चीकएज कहा जाता है।
जो गाल के अंदर की कोशिकाओं का उपयोग करके डीएनए में होने वाले बदलावों के बारे में जानकारी देता है।
शोधकर्ताओं ने कहा कि चीकएज मौत के जोखिम का सटीक अनुमान लगा सकता है।
डॉ. मैक्सिम शोकिरेव ने कहा कि हम इस बात से बहुत करीब से जुड़े हुए हैं कि कोई व्यक्ति कितने समय तक जीवित रह सकता है।