लोकसभा स्पीकर पद क्यों होता है इतना खास? जानें इसकी शक्तियां
2 साल में तीसरी बार अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होने जा रहे हैं
इससे पहले 1951 और 1974 में अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हुए थे
इस पद के लिए कल यानी बुधवार को सुबह 11 बजे मतदान होगा
एनडीए से ओम बिरला और इंडिया ब्लॉक से कांग्रेस सांसद कोडिकुन्निल सुरेश ने इसके लिए नामांकन दाखिल किया है
बता दें कि लोकसभा अध्यक्ष पर कामकाज को सुचारू रूप से चलाने की जिम्मेदारी होती है
इसके अलावा लोकसभा अध्यक्ष संसदीय बैठकों का एजेंडा भी तय करते हैं
सदन में कोई विवाद होने पर अध्यक्ष नियमानुसार कार्रवाई भी करते हैं। सदन में सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के सदस्य होते हैं
इसलिए लोकसभा अध्यक्ष से अपेक्षा की जाती है कि वह तटस्थ रहकर सदन का कामकाज चलाए