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HSEB Chairman Dr. V.P. Yadav : हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड का परीक्षा परिणाम गत वर्षों की अपेक्षा कम समय में होगा घोषित : डॉ. वी.पी. यादव

• LAST UPDATED : April 8, 2024
India News (इंडिया न्यूज),HSEB Chairman Dr. V.P. Yadav,भिवानी : सोमवार को बोर्ड मुख्यालय पर हुई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डॉ. वी.पी. यादव ने बताया कि सैकेण्डरी या सीनियर सैकेण्डरी (शैक्षिक व मुक्त विद्यालय) की वार्षिक परीक्षाएं 27 फरवरी से आरम्भ होकर 02 अप्रैल, 2024 को सम्पन्न हो चुकी है। इन परीक्षाओं के लिए प्रदेशभर में 1484 परीक्षा केंद्र निर्धारित किए गए थे। इन केंद्रों पर 05 लाख 80 हजार 533 परीक्षार्थी प्रविष्ट हुए जिसमें 3 लाख 07 हजार 333 छात्र एवं 2 लाख 73 हजार 200 छात्राएं शामिल हैं।

नकल करने व करवाने वालों के प्रति शून्य सहनशीलता की नीति अपनाई गई

डॉ. यादव ने बताया कि बोर्ड द्वारा इस वर्ष भी नकल करने व करवाने वालों के प्रति शून्य सहनशीलता की नीति अपनाई गई थी, जिसकी वजह से नकल में काफी गिरावट आई है। उन्होंने बताया कि अति संवेदनशील या संवेदनशील परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरों तथा बोर्ड मुख्यालय पर स्थापित किए गए थे। कमांड एवं कंट्रोल रूम से निगरानी रखी गई। नकल पर पूर्ण रूप से अंकुश लगाने के लिए शिक्षा बोर्ड द्वारा क्यूआर कोड व अल्फा न्यूमेरिक कोड के साथ-साथ हिडन सिक्योरिटी फीचर से लैस प्रश्न-पत्रों का प्रयोग किया गया।

इस वर्ष अनुचित साधन प्रयोग के केवल 807 केस दर्ज हुए 

हालांकि इस बार कुछ परीक्षा केन्द्रों पर पेपर आउट करने प्रयास किया गया। शिक्षा बोर्ड द्वारा प्रश्न पत्र पर अंकित क्यूआर कोड व हिडन सिक्योरिटी फिचर को डिकोड करते हुए तुरंत प्रभाव से परीक्षा केन्द्रों पर पहुंचकर नकल में संलिप्त सभी सम्बन्धित की पहचान करते हुए मौके पर धर दबोचा और उनके खिलाफ केस दर्ज करवाए गए हैं। बोर्ड अध्यक्ष ने बताया कि पिछले पांच वर्षों के आंकड़ों पर नजर डाले तो वर्ष 2018 में 5064, वर्ष-2019 में 4444, वर्ष-2022 में 3551 केस दर्ज हुए थे। शिक्षा बोर्ड द्वारा अपनाई गई नई तकनीक के चलते प्रदेशभर में वार्षिक परीक्षा 2023 में मात्र 1741 एवं इस वर्ष अनुचित साधन प्रयोग के केवल 807 केस दर्ज हुए हैं।

इस वर्ष 31 परीक्षा केन्द्रों की परीक्षाएं की गई रद्द 

इसके अतिरिक्त इस वर्ष 31 परीक्षा केन्द्रों की परीक्षाएं पवित्रता भंग होने के कारण रद्द की गई। रद्द हुई परीक्षाओं की पुनः परीक्षा 04 अप्रैल से 07 अप्रैल तक जिला मुख्यालयों पर संचालित करवाई गई है। गत पांच वर्षों के आंकड़ों पर नजर डाले तो वर्ष 2018 में 43, वर्ष 2019 में 109, वर्ष 2020 में 30, वर्ष-2022 में 63 एवं वर्ष 2023 में 40 परीक्षा केन्द्रों की परीक्षाएं रद्द की गई थी।

परीक्षा परिणाम जल्द घोषित करने का प्रयास 
परीक्षा परिणाम के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2018 में सैकेण्डरी का 51 दिन तथा सीनियर सैकण्डरी का 45 दिन, वर्ष 2019 में सैकेण्डरी का 44 दिन तथा सीनियर सैकण्डरी का 46 दिन, वर्ष 2020 में सैकेण्डरी का 116 दिन तथा सीनियर सैकण्डरी का 125 दिन, वर्ष-2022 में सैकेण्डरी का 58 दिन तथा सीनियर सैकण्डरी का 49 दिन, वर्ष- 2023 में सैकेण्डरी का 52 दिन तथा सीनियर सैकण्डरी का 48 दिनों में परीक्षा परिणाम घोषित किए गए थे। बोर्ड अध्यक्ष ने बताया कि परीक्षार्थियों के भविष्य के दृष्टिगत इस वर्ष का परीक्षा परिणाम गत वर्षों की अपेक्षा कम समय में ही घोषित करने की कोशिश रहेगी।

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