India News (इंडिया न्यूज), Horrible Incident In Delhi : दिल्ली स्थित पांडव नगर के शशि गार्डन में नाबालिग भाई-बहन की हत्या का मामला सामने आया है, वहीं बच्चों की मां पर जानलेवा हमला किया गया है, जो फ़िलहाल अस्पताल में उपचाराधीन है और हालत नाजुक बनी हुई है। आशंका जताई जा रही है कि बच्चों के पिता श्याम जी ने ही वारदात को अंजाम दिया है। हत्या के बाद से मृतक कार्तिक (15) और आस्था (9) का पिता श्यामजी चौरसिया फरार है।आरोपी के पकड़े जाने के बाद ही कारणों का खुलासा हो पाएगा। पुलिस की अलग-अलग टीमें मामले की जांच करने के अलावा आरोपी की तलाश कर रही हैं।
Horrible Incident In Delhi : कार्तिक नौवीं और आस्था छठी कक्षा की छात्रा थी
पुलिस के अनुसार श्यामजी चौरसिया मूलरूप से यूपी के प्रतापगढ़ के पोस्ट मांधाता स्थित गांव अहिना, हाल निवासी दिल्ली पांडव नगर के शशि गार्डन की गली नंबर-6 में परिवार के साथ रहता था। परिवार में पत्नी शन्नू चौरसिया के अलावा दो बच्चे कार्तिक और बेटी आस्था थे और श्यामजी मयूर विहार फेज-1 के पास चाय की दुकान चलाता है। मृतक कार्तिक सरकारी स्कूल में नौवीं और आस्था छठी कक्षा की छात्रा थी। श्यामजी के चार अन्य भाई पांडव नगर और शशि गार्डन में अपने परिवारों के साथ रहते हैं।
घर से दुर्गंध आती हुई महसूस हुई
श्यामजी के रिश्तेदार अमृतलाल ने बताया कि परिजन शुक्रवार सुबह से श्याम से संपर्क करने का प्रयास कर रहे थे। शन्नू का मोबाइल बंद था, जबकि श्यामजी का फोन उठ नहीं रहा था। इस बीच शाम को श्यामजी का छोटा भाई रामजी दूसरी मंजिल स्थित भाई के फ्लैट पर पहुंचा। वहां बाहर से ताला लगा था। भाई ताला लगा देखकर लौट गया। शनिवार सुबह भी ऐसा ही हुआ। ताला लगा देखकर रामजी वापस लौट गया, लेकिन उसे घर से दुर्गंध आती हुई महसूस हुई।
दूसरे कमरे में बेसुध अवस्था में पड़ी थी शन्नू
वहीं कुछ गड़बड़ होने का अंदेशा होने पर दोपहर को रामजी दोबारा घर पहुंचा तो दुर्गंध और ज्यादा आ रही थी। मामले की सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने मेन गेट पर लगे ताले को तोड़ा और अंदर दाखिल हुई। अंदर लाइट और पंखे चल रहे थे। एक कमरे में कार्तिक और आस्था के शव पड़े थे। दूसरे कमरे में बेसुध अवस्था में शन्नू पड़ी थी। उसके शरीर पर चोट के निशान थे। उसे तुरंत नजदीक के अस्पताल भेजा गया, जहां से उसे एम्स रेफर कर दिया गया। सूचना मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए। श्यामजी अपने घर से फरार है।