सिरसा ज़िले के कई किसान अब परंपरागत खेती से हटकर अब दूसरी खेती कर रहे है। इन दिनों सिरसा के कई गाँवो में सफ़ेद झींगा मछली पालन कर रहे है,सिरसा ज़िले में लगभग 400 एकड़ में झींगा मछली पालन हो रही है। झींगा मछली पालन करने वाले किसानो का कहना है की परंपरागत खेती से झींगा पालन में ज्यादा मुनाफा है। 4 से 5 लाख रुपये प्रति एकड़ का मुनाफा हो रहा है.मत्स्य विभाग द्वारा भी जिला के अन्य किसानों को झींगा मछली पालन करने के लिए प्रेरित कर रहे है,इसके अलावा अन्य जिलों से किसान भी सिरसा ज़िले में झींगा मछली पालन देखने के लिए आ रहे है.उन्होंने कहा की इस वक़्त झींगा का दाम 400 रुपये के करीब प्रति किलो के हिसाब से बिक रहा है।
सफ़ेद झींगा फार्मिंग करने गांव चोरमार के किसान गुरप्रीत सिंह का कहना है की उसने शुरुवात में 2018 में ढाई एकड़ में पहली साइट की शुरुवात की। शुरुवाती दौर में आशा के अनुरूप मुनाफा हुआ। उन्होंने कहा की हमारे इलाके में खारा पानी व लवणीय भूमि मत्स्य पालन के लिए सटीक बैठती है। किसान गुरप्रीत ने कहा की आज हम 24 एकड़ में झींगा मछली पालन का काम कर रहे है,मेरे काम को देखते हुए अब आसपास के इलाके में किसान जागरूक हो रहे है।परंपरागत खेती से हमें 7 से 8 गुना की कमाई हो रही है।
जिला मत्स्य अधिकारी जगदीश चंद्र ने कहा कि मछली पालन के द्वारा रोजगार सृजन तथा आय में वृद्धि की अपार संभावनाएं हैं। किसान झींगा पालन व्यवसाय अपना कर 110 से 120 दिन में झींगा का बेहतर उत्पादन प्राप्त कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। नीली क्रांति को बढ़ावा देने व रोजगार सृजन के उद्देश्य से सरकार द्वारा प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना चलाई जा रही है।
इस योजना के तहत सरकार ने सामान्य श्रेणी के लिए इकाई लागत का अधिकतम 40 प्रतिशत अनुदान व अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/महिला श्रेणी के लिए इकाई लागत का 60 प्रतिशत अनुदान का प्रावधान है। वही इस व्यवसाय को अपना जिले के किसान भी खुशहाल हो रहे है। जिला मत्स्य अधिकारी जगदीश चंद्र ने कहा कि वर्तमान समय में मत्स्य पालन विभाग की केंद्रीय प्रायोजित योजना प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना जो कि मत्स्य पालकों के लिए बहुत ही फायदेमंद सिद्ध हो रही है।
इस व्यवसाय को अपनाकर ही आमदनी को सोनीपत जिले से सिरसा पहुंचे किसानों का कहना है की उन्हें सफ़ेद झींगा फार्मिंग का काम परम्परागत खेती से बेहतर लगी है। हमने सिरसा ज़िले में लगे कई प्लांट का दौरा किया,अब हमारी इच्छा है की जल्द ही हम भी अपने इलाके में फार्मिंग करें।