तीन दिन से लापता कॉमन सर्विस सेंटर संचालक का शव बिंझौल के पास नहर में परिजनों को मिला है। मृतक युवक के ससुराल पक्ष पर प्रताड़ित करने के आरोप लगाए है। आत्महत्या करने से पहले मृतक युवक ने पिता के पास सुसाइड नोट मैसेज भेजा था। मैसेज में ससुराल वालों से परेशान होकर नहर में कूदने की बात लिखी थी। मृतक युवक ने साला,सास-ससुर और एक अन्य युवक को जिम्मेदार बताया परिजनों ने सभी आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर करीब 30 मिनट तक रोड जाम किया था। पानीपत के किशनपुरा में मृतक महावीर चलाता था कॉमन सर्विस सेंटर। पति पत्नी के झगड़े को लेकर दोनों पक्षों में पहले भी पंचायतें हो चुकी थी
।
तीन दिन से लापता राजनगर निवासी कॉमन सर्विस सेंटर संचालक का शव शुक्रवार को बिंझौल नहर के पास मिला था। आत्महत्या करने से पहले संचालक ने सोशल मीडिया पर सुसाइड नोट छोड़ा था। जिसमें पत्नी, साला, सास, ससुर और एक अन्य को दोषी बताया। शनिवार को परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सिविल अस्पताल के सामने हाईवे की एक लेन जाम कर दी। हाईवे पर आकर महिलाएं वाहनों के सामने लेट गई। काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने परिजनों को समझाकर जाम खुलवाया। मौके पर पहुंचे डीएसपी वीरेंद्र सैनी व संदीप कुमार ने सभी आरोपियों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया। मृतक की 13 वर्षीय बेटी ने मां और मामा पर पिता को टॉर्चर करने का आरोप लगाकर सभी को फांसी देने की मांग की है।
राजनगर निवासी जयभगवान ने बताया कि उनका बड़ा बेटा 36 वर्षीय महाबीर किशनपुरा की खन्ना रोड पर कॉमन सर्विस सेंटर चलाता था। महाबीर की शादी वर्ष 2003 में जिले के गांव किवाना निवासी पूनम के साथ हुई थी। शादी के बाद दोनों को तीन बच्चे हुए। बीते कुछ वर्ष से दोनों के बीच अनबन चल रही थी। बेटे का ससुराल पक्ष उसपर आधा मकान अपनी बेटी के नाम कराने का दबाव बना रहा था। जिस कारण बहु पूनम बीते करीब डेढ़ साल से अपने मायके में है। करीब 12 दिन पहले बहु को मनाने के लिए सभी उसके गांव गए। साथ आने के बजाय बहु और उसके परिजनों ने बेइज्जत किया। तभी से उनका बेटा परेशान चल रहा था। 11 अगस्त को बेटे ने उनके सोशल मीडिया अकाउंट पर मैसेज करके नहर में कूदने की बात कही। वह छोटे बेटे को लेकर नहर पर पहुंचे। वहां महाबीर की बाइक तो मिल गई, लेकिन वह नहीं मिला। ओल्ड इंडस्ट्रियल थाने में गुमशुदी दर्ज कराकर बेटे की तलाश शुरू की। शनिवार को बेटे का शव बिझौल नहर में मिला।
महाबीर का शव मिलने के बाद परिजन और मोहल्ले के सैकड़ों महिला-पुरुष सिविल अस्पताल पहुंच गए। आत्महत्या से गुस्साएं लोगों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर हाईवे जाम कर दिया। हाइवे को जाम करने में सबसे आगे महिलाएं रहीं। जब वाहन नहीं रुके तो महिलाएं वाहनों के आगे सड़क पर लेट गईं। जिससे हाईवे की एक लेन पर जाम शुरू हो गया। कुछ देर बाद दूसरी लेन भी जाम हो गई। सिटी थाना पुलिस ने परिजनों को मनाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं माने। इसके बाद डीएसपी संदीप सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने सभी दोषियों के खिलाफ केस दर्ज करके जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन दिया। जिसके बाद परिजनों ने हाईवे खाली कर दिया। इस बीच हाइवे करीब 30 मिनट तक जाम रहा। पिता की मौत से मायूस बड़ी बेटी 13 वर्षीय कोमल ने बताया कि काफी समय से मां, मामा और अन्य लोग उनके पिता को टॉचर्र कर रहे थे। धमकी देने के साथ घर और दुकान पर उन्हें बेइज्जत करते थे। मामा कई बार हाथ भी उठा चुके हैं। इन सबसे परेशान होकर ही पापा ने आत्महत्या की है। बेटी ने मां पूनम, मामा प्रदीप समेत सभी फांसी देने की मांग की है। कोमल के अलावा छोटी बहन 9 वर्षीय साक्षी और 5 वर्षीय भाई अक्षित है।