दिल्ली.
अफगानिस्तान में तालिबानियों के कब्जे के बाद भय व दहशत का माहौल हैं, खासतौर से महिलाएं अपनी जान की सलामती और भविष्य को लेकर बेहद परेशान हैं. इस बीच खबर आ रही है कि अफगानिस्तान में लड़कियों के एकमात्र बोर्डिंग स्कूल की सह-संस्थापक शबाना बासिज ने सभी स्टूडेंट्स के रिकॉर्ड जला दिए हैं.
ऐसा उन्होंने इसलिए किया क्योंकि उन्हे डर था कि यदि ये रिकार्ड तालिबान के हाथ लग गये तो वो लड़कियों के घर तक पहुंच जाएंगे और न जाने उनके साथ क्या होगा. वो खुद इस पीड़ा से गुजर चुकी हैं, जब तालिबान पहली बार सत्ता में आया था तो लड़कियों के सारे रिकार्ड जला दिये थे जिसमें शबाना बासिज के सपने भी खाक में मिल गये थे. वो उन हजारों अफगान लड़कियों में शामिल थीं, जिनके दस्तावेज तालिबान ने जला दिए थे और उन्होंने फिर से पढ़ने के लिए परीक्षा दी थी उसके बाद इस मुकाम तक पहुंची थी लेकिन उन्हें क्या पता था कि जिन लड़कियों के भविष्य संवार रही हैं उनके डॉक्यूमेंट्स एक दिन अपने हाथों से जलाएंगी.