दिल्ली
अफगानिस्तान में तालिबानी हुकूमत आते ही आतंकी संगठन सक्रिय हो गए हैं। खबरों के मुताबिक जैश-ए-मोहम्मद के 42 आतंकवादियों ने तालिबानी आतंकियों से ट्रेनिंग ली है और पीओके के हजीरा में जैश के ट्रेनिंग कैंप पहुंच चुके हैं।
उधर, पाकिस्तान भी तालिबान की पैरवी में लगा है। पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने तालिबान की तारीफ करते हुए दुनिया से अफगानिस्तान में बनने वाली तालिबानी सरकार की मदद की अपील की है।
भारत में कई आतंकी वारदातों को अंजाम देने वाले पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर ने पिछले दिनों अफगानिस्तान में तालिबान के सह संस्थापक मुल्ला अब्दुल गनी बरादर से मुलाकात की।
सूत्रों के मुताबिक मसूद अजहर ने कश्मीर में अपने नापाक मंसूबों को अंजाम देने के लिए बरादर से मदद मांगी। जैश के आतंकी पीओके में घुसपैठ की तैयारी में हैं।
सूत्रों के मुताबिक पुंछ के कोटली, हजीरा, बाग समेत कुछ अन्य इलाकों में आतंकियों के ट्रेनिंग कैंप चल रहे हैं। पुंछ जिले से लगी सीमा पर 20 से ज्यादा लॉन्चिंग पैड सक्रिय हैं।