अंबाला / अमन कपूर
अंबाला में कल हुई बारिश से भी अंबाला प्रशासन ने कोई सबक नहीं लिया हैं। जिसका नतीजा यह है कि आज भी अनाज मंडी में किसानों की खून पसीने की कमाई बारिश में पानी पानी होती नजर आ रही है। किसानों की धान की फसल अनाज मंडियों में खुले आसमान के नीचे भीग रही है। लेकिन मंडी प्रशासन इस और कोई ध्यान नहीं दे रही है।
हरियाणा में अब तक धान की खरीद शुरू नहीं हुई है लेकिन किसान सरकारी खरीद शुरू होने से पहले ही मंडियों में अपनी धान की फसल ला रहे है इसी बीच अंबाला में हुई चंद घंटों की बरसात ने अनाज मंडियों में की गई व्यवस्थाओं की पोल खोल कर रख दी है। किसानों का पीला सोना अनाज मंडियों में पहले दिन भीगने के बाद भी जिला प्रशासन ने कोई सबक नहीं लिया और प्रशासन की लापरवाही का आलम यह है कि आज भी अंबाला की अनाज मंडी में किसानों के खून पसीने की कमाई बरसात में पानी पानी होती हुई नजर आ रही है।
किसानों को डर था कि कहीं बारिश में उनकी फसल भीग न जाए , लेकिन किसानों का यही डर हक़ीक़त में बदल गया। आज दूसरे दिन किसानों की धान की फसल मंडियों में भीग रही है , जिसकी वजह से किसानों को भारी नुक्सान झेलना पड़ रहा है।
किसानों ने बताया कि मंडी प्रशासन की तरफ से मंडी में किसी भी तरह की कोई व्यवस्था नहीं की गई है , जिसकी वजह से उनकी धान की फसल बारिश में भीग रही है।
वहीं अनाज मंडी के पूर्व वाइस चेयरमैन ने बताया कि मंडी का कोई भी अधिकारी मंडी की जिम्मेदारी नहीं निभा रहा। किसानों की धान बारिश में भीग रही है।
कोई अधिकारी देखने वाला नहीं है , उन्होंने मार्किट कमेटी के अधिकारियों से भी संपर्क करने का प्रयास किया लेकिन कोई भी मंडी का अधिकारी उनकी सुनवाई नहीं कर रहा , जिसकी वजह से किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है।