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मुख्यमंत्री ने की DRIISHYA के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की पहली बैठक की अध्यक्षता, ये रहे अहम मुद्दे

• LAST UPDATED : October 4, 2021

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हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सोमवार को चंडीगढ़ में DRIISHYA के बोर्ड आफ डायरेक्टर की पहली बैठक की अध्यक्षता की। मुख्यमंत्री ने कहा कि समय समय पर किए जाने वाले मैनूअल सर्वे में काफी समय व धन लगता है और अधिक मानव शक्ति का भी प्रयोग करना पड़ता है। अब ड्रोन के माध्यम से बिना योजना के हो रही बढ़ोतरी का पता लगाने के साथ अवैध कब्जों को भी नियंत्रित किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि इमेज अनालिसिस के लिए भी सूचना एकत्र की जा सकेगी।

इस प्रकार ड्रोन व्यवस्था कई तरह की समस्याओं का निवारण करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में यह एक अनूठी शुरूआत है। इसका उपयोग राजस्व के अलावा खनन, वन, यातायात, नगर एवं योजना विभाग, कृषि आदि विभागों में किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि इस कम्पनी का मुख्यालय करनाल में बनाया गया है और यह ड्रोन की खरीद करने के लिए नोडल एजेंसी होगी।

इससे मैपिंग, भूमि रिकॉर्ड, आपदा प्रबंधन एवं आपातकालीन सेवाएं, शहरी क्षेत्र में योजनागत विकास करने में मदद मिलेगी। बैठक में विभिन्न 25 एजेंडों को स्वीकृति प्रदान की गई। इसमें मुख्यमंत्री मनोहर लाल को ‘दृष्या’ का चेयरमैन मनोनीत किया गया है और मुख्य सचिव विजय वर्धन को वरिष्ठ वाईस चेयरमैन लगाया गया है। इसके अलावा बोर्ड में 10 निदेशक नियुक्त किए गए हैं और टी एल सत्यप्रकाश को कम्पनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी तथा करनाल के उपायुक्त निशांत यादव को अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी लगाया गया है।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश में विभिन्न प्रकार के सर्वे, गिरदावरी तथा इमेजिंग के कार्य को तत्परता से निपटाने के लिए ड्रोन इमेजिंग एण्ड इन्फोरमेशन सर्विस आफ हरियाणा लिमिटेड का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि अब हरियाणा में हर वर्ष मैनूअल किए जाने वाले सर्वे के कार्यो में आने वाली दिक्कतें दूर हो सकेंगी और  सर्वे वैज्ञानिक तरीके के किए जा सकेंगे। 

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