शामली / वरुण
लखीमपुर खीरी के लिए हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा का काफिला निकला था लेकिन शामली प्रशासन ने यूपी-हरियाणा बॉर्डर को ही सील कर दिया । कांग्रेस के नाराज कार्यकर्ता बैठ गए धरने पर
हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा अपने काफिला के साथ कैराना बॉर्डर होते हुए यूपी के लखीमपुर खीरी जा रहे थे लेकिन शामली प्रशासन ने इनके काफिले को यूपी-हरियाणा बॉर्डर पर ही रोक दिया
दरअसल यूपी के लखीमपुर मामले के बाद से भारत की सारी राजनीतिक पार्टियों ने अपना रुख लखीमपुर जाने के लिए मोड़ लिया । इस मामले में शांती बनाए रखने के लिए यूपी सरकार ने लखीमपुर जाने से राजनीतिक पार्टियों को मनी कर दिया हालांकि कुछ राजनीतिक पार्टियों के नाताओं ने कोशिश भी की लखीमपुर जाने की लेकिन सरकार ने उन्हें रोक लिया । जब यह मामला थोड़ा ठन्डा हुआ तब सरकार ने यह कह दिया की कोई भी राजनीतिक पार्टियों के 5 नेता लखीमपुरी जा सकते है। सरकार के इस आदेश के बाद से तमाम बड़े बड़े नेता लखीमपुर जाने की तैयारी करने लगे और इसी बीच की बड़े बड़े नेता लखीमपुर पहुंच गए।
वहीं इसी कड़ी में हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी अपने काफिला के साथ कैराना बॉर्डर होते हुए लखीमपुर खीरी जाने की तैयारी करके लखीमपुर के लिए निकल गए लेकिन शामली प्रशासन ने इनके काफिले को यूपी-हरियाणा बॉर्डर पर ही रोक दिया।
शामली प्रशासन ने कैराना क्षेत्र अन्तर्गत हरियाणा राज्य के पानीपत बॉर्डर को ही सील कर दिया है । प्रशासन को सूचना मिली थी कि कांग्रेस पार्टी के लीडर कैराना बॉर्डर से होते हुए लखीमपुर खीरी जायेंगे। जहाँ वो पीड़ित किसानों के परिवारों वालों से मुलाकात करने वाले है। जिसकी सूचना मिलते ही तत्काल प्रभाव से शामली की डीएम जसजीत कौर और एसपी सुकीर्ति माधव पुलिस दल के साथ बॉर्डर पहुंचे और बॉर्डर को सील कर दिया। बॉर्डर सीले होने की वजह से नाराज कांग्रेसी नेताओं ने जमकर विरोध किया और हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा सहित कार्येकर्ता धरने पर बैठ गए।