फतेहाबाद
15 नवंबर को पूरे हरियाणा में पेट्रोल पंप बंद रहेंगे। अपनी मांगों को लेकर 24 घंटे की हड़ताल करेंगे पेट्रोल पंप मालिक। हड़ताल का कारण इलाके में बिक रहे नकली डीजल है। केंद्र और प्रदेश सरकार के तरफ से एकाएक घटाए गए तेल के दामों से पेट्रोल पंप मालिकों का भारी नुकसान हुआ है। इन्हीं के विरोध में पेट्रोल पंप मालिकों ने हड़ताल का घोषणा पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन की ओर से किया गया है।
नकली डीजल की बिक्री रोकने, तेल पर एक्साइज ड्यूटी और वैट घटाने के बाद पंप संचालकों को हुए नुकसान की पूर्ति की मांग को लेकर प्रदेशभर के पंप संचालक 15 तारीख को हड़ताल करेंगे। 15 नवंबर को सुबह 6 बजे से 16 तारीख की सुबह 6 बजे तक यानि 24 घंटों तक पंपों पर हड़ताल रहेगी। इस बारे में जानकारी देते हुए जिला फतेहाबाद पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन के प्रधान गुरप्रीत सिंह नोगा ने बताया कि कई मांगें पहले से पेंडिंग है और कुछ नए मुद्दे हैं। जिनको लेकर सरकार को जगाने के लिए यह हड़ताल की जाएगी। उन्होंने बताया कि विदेश से बेस ऑयल मंगवाकर लगभग हर जिलों में बने तेल अड्डों पर नकली डीजल बेचा जा रहा है। बेस ऑयल में कुछ और सामान मिलाकर यह तेल तैयार किया जाता है। इससे न केवल पंप डीलरों को 30 प्रतिशत तक नुकसान हो रहा है, बल्कि गाडिय़ों को भी काफी नुकसान होता है। यह तेल डीजल बताकर 20 से 30 रुपये सस्ता बेचा जा रहा है। वहीं उन्होंने कहा कि सरकार ने तेल के दाम घटाए, जनता के लिए यह अच्छा किया। लेकिन एकदम से एक्साइज ड्यूटी और वैट घटा देने से डीलरों को 2 लाख से 20 लाख रुपये तक का नुकसान हुआ। क्योंकि डीलरों ने काफी मात्रा में तेल खरीदा हुआ था। जिससे उनकी भरपाई नहीं हो पा रही। वहीं डीलरों और तेल कंपनियों में तय हुआ था कि हर 6-6 महीनों में उनके कमीश्न रिवाइज होंगे। जबकि 2017 के बाद एक बार भी ऐसा नहीं हुआ। तब से पेट्रोल- डीजल के दाम डबल हो चुके हैं। पंपों के खर्चे भी डबल हो चुके हैं। लेकिन कमीश्न रिवाइज नहीं किया गया। हाल ही में वैट घटाए जाने के बाद अब पंजाब में तेल के दाम कम हो गए हैं। तो बॉर्डर एरिया में लोग पंजाब के पंपों से तेल ले रहे हैं। सरकार को वैट और घटाकर इसे सामान्य करना चाहिए। ताकि सरकार का रेवेन्यू भी न घटे और पंप डीलरों को भी नुकसान न हो।
फतेहाबाद पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन के जिला प्रधान गुरप्रीत सिंह का कहना है कि इलाके में नकली डीजल बिक रहे है। अचानक कम हुए पेट्रोल और डीजल के दामों के चलते पेट्रोल पंप मालिकों को नुकसान हुआ है। उन्होनें कहा अगर सरकार ने मांगे नहीं मानी तो अनिश्चितकालीन हड़ताल पर भी जा सकते हैं पेट्रोल पंप मालिक।