India News Haryana (इंडिया न्यूज), Remembering The Emergency : स्थानीय यादव धर्मशाला में इमरजेंसी की याद में लोकतंत्र और राजनीति के सबसे दुखद और काला अध्याय आपातकाल काल दिवस 25 जून 1975 के विरोध में उठी प्रत्येक आवाज को नमन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में हरियाणा भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा मुख्यातिथि रहे। जबकि हरियाणा पर्यटन के चेयरमैन डॉ. अरविंद यादव विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद थे। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम में आपातकाल के दौरान जेल में बंद लोगों को व उनके परिजनों को शॉल ओढाकर पूर्व शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा ने सम्मानित किया।
पूर्व शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा ने कहा कि आज ही के दिन 1975 में कांग्रेस ने देश पर आपातकाल थोप दिया था। देश की पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी के चुनाव को इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायाधीश ने गैर कानूनी बताते हुए रद्द कर दिया था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने देश में इमरजेंसी लगा दी। इमरजेंसी के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई, भैरों सिंह शेखावत, पीलू मोदी सहित भाजपा के देश के तमाम नेताओं को जबरदस्ती जेलों में डाल दिया। उन्हें भी इमरजेंसी के दौरान पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर बहुत यातनाएं दी और अंबाला जेल में बंद कर दिया।
अंबाला से उन्हें बिहार की गया जेल में भेज दिया। कांग्रेस ने लोकतंत्र की हत्या कर देश में लोगों पर भारी जुलम व अत्याचार किया। शर्मा ने कहा कि एक लाख 40 हजार से अधिक लोगों ने सत्याग्रह किया तथा कांग्रेस की दमनकारी नीतियों का डटकर विरोध किया। कांग्रेस सरकार ने इमरजेंसी के दौरान नैतिकता की सभी हदे पार कर दी थी। आज भी कांग्रेस व उनके नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगते है, जबकि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को पाकिस्तान के साथ युद्ध के दौरान दुर्गा भवानी की संज्ञा दी थी।
इस मौके पर हरियाणा पर्यटक निगम के चेयरमैन डॉ. अरविंद यादव ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी द्वारा देश में लगाई गई इमरजेंसी के दौरान लोकतंत्र की हत्या की गई। प्रेस की आजादी को छीन लिया गया। उन्होंने पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा का नाम लेते हुए कहा कि पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा उस समय युवा और नौजवान थे। उनके ऊपर पुलिस ने जो जुल्म ढाया, उसको आम व्यक्ति सहन नहीं कर सकता।
इस मौके पर पूर्व डिप्टी स्पीकर संतोष यादव, वासुदेव यादव, बाबूलाल प्रधान पटीकरा, राजेंद्र यादव, नरेंद्र झिमरियां, पवन खैरवाल, कृष्ण अवतार यादव, मनीष संगी, पृथ्वी यादव एडवोकेट, छोटू पहलवान, सुभाष डागर, अजीत कलवाड़ी, विद्यानंद लांबा, शकुंतला यादव, चंद्रकला, शकुंतला देवी, शांति देवी, सुमन यादव मंडाना, माया देवी, मंजू सोनी सहित भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।
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