होम / Leopard Death Mystery : 5 साल 5 महीने बाद भी तेंदुए की मौत का नहीं खुल पाया राज

Leopard Death Mystery : 5 साल 5 महीने बाद भी तेंदुए की मौत का नहीं खुल पाया राज

BY: • LAST UPDATED : July 14, 2024
  • मामला खटका लगाने और उसमें फंसने से तेंदुए की मौत का
  • पुलिस के लिए तेंदुए की मौत का मामला एक पहेली बनकर रह गया
  • पुलिस ने तेंदुए की फाइल को अनट्रेस करार दिया

India News Haryana (इंडिया न्यूज), Leopard Death Mystery : सेवा सुरक्षा और सहयोग का नारा देने वाली पानीपत के समालखा क्षेत्र की पुलिस की घोर लापरवाही सामने आई है। दरअसल 5 साल व 5 महीने 15 दिन पहले यमुना के पास स्थित जंगलों में शिकार के लिए खटका लगाने और उसमें फंसने से तेंदुए की मौत हो गई थी, लेकिन आज तक पुलिस तेंदुए की मौत का राज नहीं खोल पाईं।

तेंदुए की फाइल को अनट्रेस करार दिया

यह सवाल पुलिस के लिए एक पहेली बनकर रह गया। पुलिस ने इस मामले में केस तो दर्ज कर लिया था, लेकिन इसके बाद पुलिस दो कदम आगे नहीं चल पाई। समालखा थाना में तेंदुए की फाइल को अनट्रेस करार दिया गया। अब सवाल यह उठता है कि आखिर कब तेंदुए की मौत का पर्दा उठेगा। जिसको लेकर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। तेंदुए की मौत सांस की दो नली टूटने से हुई थी।

Leopard Death Mystery : जंगल में शिकार के लिए लगाए गए खटके में तेंदुआ फंस गया था

ज्ञात रहे कि गत 23 अक्टूबर 2018 को यूपी के काकौर व हरियाणा के राकसेडा में यमुना नदी के आसपास जंगल में शिकार के लिए लगाए गए खटके में तेंदुआ फंस गया था। सूचना मिलने पर वन्य प्राणी विभाग यूपी छपरौली उच्च अधिकारी पशु चिकित्सा टीम के साथ मौके पर पहुंचे लेकिन उपचार के दौरान तेंदुए की मौत हो गई थी। छपरौली थाना पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज जांच शुरू कर दी थी। जांच रिपोर्ट में घटनास्थल राकसेडा का पाए जाने पर छपरौली पुलिस ने मामले को समालखा थाना में तब्दील कर दिया था।

तेंदुए की उम्र करीब 2 साल के आसपास थी

इसमें गत 4 जनवरी 2019 को समालखा थाना पुलिस ने वन्य प्राणी विभाग के इंस्पेक्टर देवेंद्र हुड्डा की शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर किया था। इस बारे में मेरठ पशुपालन विभाग के वेटरनरी सर्जन बीपीएस यादव ने बताया था कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दम घुटने से तेंदुए की सांस की दो नली अलग-अलग हिस्से में टूट जाने से मौत हो गई थी।

तेंदुए की उम्र करीब 2 साल के आसपास थी। लेकिन इस घटना में 5 साल 5 महीने 15 दिन बीत जाने के बावजूद भी पुलिस तेंदुए की मौत का राज नहीं खोल पाई, जिसमे पुलिस की घोर लापरवाही सामने आई हैं या यूं कहिए कि पुलिस की फाइल में तेंदुए की मौत का पर्दा नहीं उठ पाया। यह मामला पुलिस के लिए एक पहेली बनकर रह गया।

क्या कहते हैं जिला रोहतक वन्य प्राणी विभाग के इंस्पेक्टर

इस बारे में फोन पर जिला रोहतक वन्य प्राणी विभाग के इंस्पेक्टर देवेंद्र हुड्डा से इस बारे में बातचीत की तो उन्होंने बताया कि तेंदुए की मौत होने पर उन्होंने समालखा थाना में केस दर्ज कराया था। लेकिन इतने साल बीत जाने के बाद भी पुलिस मामले का सुराग लगाने में नाकाम रही। वहीं इस बारे जांच अधिकारी एवं सब इंस्पेक्टर रमेश कुमार ने बताया कि मामले को लेकर मौके पर जाकर आसपास में लोगों से पूछताछ की गई थी लेकिन किसी का नाम सामने नहीं आया।

यह भी पढ़ें : Panic Due To Leopard Knocking : यमुना खादर में यूपी की ओर देखा गया तेंदुआ, नहीं लगा कोई सुराग

यह भी पढ़ें : Man-eating Leopard Caught : आखिरकार तीसरे दिन कड़ी मशक्कत के बाद पकड़ा गया आदमखोर तेंदुआ

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT