दिसंबर माह के पहले सप्ताह तक करें बर्फबारी से निपटने के सभी प्रबंध पूरे : डीसी
लोकिन्दर बेक्टा, शिमला।
Shimla Dc Meeting आने वाले दिनों में बर्फबारी से निपटने के लिए शिमला जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। जिला उपायुक्त आदित्य नेगी ने जिले के सभी प्रमुख अफसरों के साथ बैठक कर बर्फबारी से निपटने के लिए सभी दिसम्बर माह के प्रथम सप्ताह में सभी तैयारियां पूर्ण कर जिला प्रशासन को सूचित करने के निर्देश दिए हैं। आदित्य नेगी ने कहा कि सभी विभाग अपने अधीन इस संदर्भ में नोडल अधिकारियों की तैनाती कर 30 नवम्बर, 2021 तक जिला प्रशासन को सूचित करें, ताकि प्रभावी क्रियान्वयन के लिए कॉमनीकेशन प्लान बनाया जा सके। उन्होंने सर्दियों में आगजनी की घटनाओं को रोकने के लिए भी विभागों को पंचायत स्तर तक विशेष प्रचार एवं जागरुकता अभियान चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत लोगों को जागरूक किया जाए कि सर्दियों में आग से बचाव के लिए उन्हें क्या करना व नहीं करना है।उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में ग्रामीण स्तर तक जानकारी उपलब्ध करवाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक गांव में फायर हाइड्रेंट की उपलब्धता के लिए प्रयास किए जाएंगे ताकि अग्निशमन वाहनों को आग पर काबू पाने के लिए सुविधा हो सके।
आदित्य नेगी ने लोक निर्माण विभाग को बर्फबारी के दौरान सड़कों को बहाल करने के लिए मशीन व श्रम की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। विशेष रूप से ठियोग, चौपाल, रोहडू, कुमारसैन, रामपुर, शिमला शहरी व शिमला ग्रामीण की बहाली प्राथमिकता के आधार पर की जानी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इन सड़कों पर बंद होने वाले स्थानों को चिन्हित कर वहां आवश्यक तैनाती सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन सड़कों पर से बर्फ को उठा कर किसी खुले स्थान पर एकत्रित करें, ताकि किसी प्रकार का जाम की समस्या से बचा जा सके। सड़कों पर वाहनों की सही र्पाकिंग सुनिश्चित करने के लिए भी स्थानीय प्रशासन आवश्यक कार्य योजना तैयार करें।
नेगी ने कहा कि विद्युत विभाग बर्फबारी के दौरान जिला में विद्युत आपूर्ति सुचारू रखने के लिए सभी तैयारियां पूर्ण करें। विभिन्न विद्युत लाइनों के आसपास गिरने वाले पेड़ों को चिन्हित कर बर्फबारी से पूर्व हटाने के प्रति प्रक्रिया आरम्भ की जानी आवश्यक है। इसके अतिरिक्त अन्य ट्रांसफार्मर की उपलब्धता एवं उपकरणों के रखरखाव को भी समय रहते सुनिश्चित करें। उन्होंने जल शक्ति विभाग को निर्देश दिए कि विभाग सुनिश्चित करें कि उनकी पानी की पाइपें भूमिगत हो, ताकि बर्फबारी के दौरान वो न जमें तथा पानी की आपूर्ति किसी भी रूप में बाधित न हो। उन्होंने कहा कि बर्फबारी के दौरान आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उन्होंने बताया कि बर्फ बाहुल्य व दूरदराज क्षेत्रों में 95 प्रतिशत खाद्य सामग्री आपूर्ति की जा चुकी है, जबकि मिट्टी तेल की आपूर्ति 30 नवम्बर तक कर दी जाएगी।
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