India News Haryana (इंडिया न्यूज), Karnal News : करनाल में फूड सेफ्टी विभाग द्वारा घेवर और फिरनी बेचने वालों पर बड़ा एक्शन लेते हुए उनके सेंपल लिए जा रहे हैं। विभाग की टीम ने करीब 3 दर्जन स्टाल से फिरनी ओर घेवर के सैंपल लिए। बता दें कि समालखा और पुंडरी के नाम पर सड़कों पर घेवर व फिरनी अस्थाई स्टालों पर धड़ल्ले से बेची जा रही है।
सावन महीने में घेवर और फिरनी की मिठाई की बहुत डिमांड में होती है। लोग समालखा के घेवर और पुंडरी की मशहूर फिरनी खाने के शौकीन हैं। इन दिनों दुकानों के अलावा सड़कों के किनारे स्टॉल पर पुंडरी और समालखा के नाम से दर्जनों स्थानों पर घेवर फिरनी की बिक्री हो रही हैं। हालांकि इस तरह बिक रही मिठाई की गुणवत्ता सवालों के घेरे में है।
बीते सप्ताह रोहतक में घेवर खाने के बाद 50 से अधिक लोगो की हालत बिगड़ गई थी । इस घटना के बाद फूड सेफ्टी विभाग हरकत में आया है विभाग की टीम ने ताबड़तोड़ छापे मारी करते हुए दुकानों को अस्थाई स्टालों से घेवर और फिरनी के करीब 3 दर्जन सेंपल लिए विभाग लिए इस कार्यवाही में खुलासा हुआ कि संभलखा और पुंडरी के नाम पर बेचे जा रही घेवर और फिरनी करनाल की लोकल फैक्ट्रियों में तैयार हो होता है।
इतना ही नहीं, अथाई स्टॉल पर ये मिठाई बेच रहे दुकानदार बनाने वाले को जानते तक नहीं। फूड सेफ्टी विभाग के इस एक्शन से मिठाई बनाने वाले लोगो में अफरा-तफरी मच गई है। वही जो स्टॉल पर घेवर बेचा जा रहा है उन की कंडीशन बेहद खराब मिली ओर ऐसे खाद्य सामग्री सेहत के लिए हानिकारक हो सकती हैं। विभाग के अधिकारी अमित चौहान ने बताया कि सेंपल जांच के लिए लैब भेजे जाएंगे और रिपोर्ट मिलने के बाद आगामी कार्यवाही की जाएगी।